Not known Factual Statements About Shiv chaisa
Not known Factual Statements About Shiv chaisa
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शिव सागर में जो में उतरा शिव ने पार उतारा,
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥
सुबह सुबह ले शिव का नाम, कर ले बन्दे ये शुभ काम
अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
अर्थ- हे गिरिजा पुत्र भगवान श्री गणेश आपकी जय हो। आप मंगलकारी हैं, shiv chalisa in hindi विद्वता के दाता हैं, अयोध्यादास की प्रार्थना है प्रभु कि आप ऐसा वरदान दें जिससे सारे भय समाप्त हो जांए।
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
शिव पंचाक्षर स्तोत्र
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद shiv chalisa lyricsl शारद शीश नवावैं॥
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
लिङ्गाष्टकम्
मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥